Wednesday 1 October 2014

पहली बार सेक्स तो घबराहट क्यों!

पहली बार सेक्स तो घबराहट क्यों!

 

सबसे कॉमन है लोगों का ये सोचना कि पहली बार इन्टरकोर्स के दौरान ल़डकी के जननांगों से ब्लीडिंग होनी जरूरी है। कुछ लोग तो इसे लडकी के कौमार्य से जो़डकर देखते हैं। ब्लीडिंग न होने पर ये मान लिया जाता है कि लडकी पहले किसी के साथ जिस्मानी तौर पर रिश्ता बना चुकी है या वो वर्जिन नहीं हैं। सेक्सोलॉजिस्ट की मानें तो ब्लीडिंग ब्लड वेन्स के फटने की वजह से होती हैं। ऎसा दूसरी या तीसरी बार इंटरकोर्स करने पर भी हो सकता है। ब्लीडिंग होना जरूरी नहीं है। आजकल लडकियां स्पोट्र्स और उछलकूद की काफी एक्टिविटीज करती हैं। ऎसे में ब्लड वेन्स पहले ही फट सकती हैं जिसकी वजह से ऎसा हो सकता है कि सेक्स के दौरान ब्लीडिंग न हो। कई महिलाएं पहली बार सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को लेकर काफी डरी होती हैं। उन्हें लगता है कि पेनिस और वेजाइना में क्रिया होने के समय वो दर्द को सहन नहीं कर पायेंगी। लेकिन ये सिर्फ एक शंका है। ऎसा तब होता है, जब दोनों में से किसी के पर्सनल पार्ट सूखे हों। इसके लिए इंटरकोर्स से पहले फोरप्ले करें। ऎसा करने से दोनों पार्टनर के सेक्सुअल ऑर्गेन्स से रंगहीन लसलसा पदार्थ निकलता है, जो चिकनाई पैदा करता है। अगर फिर भी दर्द हो तो इंटरकोर्स धीरे-धीरे करें। कंडोम के इस्तेमाल करने पर लडके सेक्स का मजा नहीं ले पाते। ये आपके कंडोम के ब्रांड पर डिपेंड करता है। इसके लिए कम्फरटेबल और लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल करें।

 

 

 

 

 

 

 

No comments:

Post a Comment